अन्तर्विभागीय प्रयासों से संचारी रोगों की होगी प्रभावी रोकथाम

नानपारा/बहराइच।


रिपोर्ट :- (एस0के0 अग्रवाल)


बहराइच । डेंगू एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम एवं बचावों तथा नियंत्रण के लिए 30 नवम्बर 2019 तक प्रदेश के सभी 75 ज़िलों में व्यापक अभियान चलाया जायेगा। अभियान के दौरान साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष ज़ोर देते हुए अन्य सभी सम्बन्धित विभागों नगर विकास, पंचायतीराज, सूचना, मनोरंजन, ग्राम विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार, सिंचाई एवं कृषि को व्यवहार परिवर्तन तथा प्रचार-प्रसार की व्यापक कार्ययोजना तैयार कर जन सामान्य तक सभी जानकारियाॅ उपलब्ध कराये जाने के शासन द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं।  जल संस्थानों एवं नगर निकायों से अपेक्षा की गयी है कि शहर में बने ओवर हेड टैंकों की नियमित सफाई होती रहे तथा टंकियों के ढक्कन एयर टाईट बनाये जायें। यदि पम्प खराब हैं तो पेयजल सुनिश्चित करने हेतु उनकी मरम्मत करायी जाए तथा पाइप लाइन बिछाते समय गढ्ढ़ों को तुरन्त बन्द करवा दिया जाये ताकि जल भराव न होने पाये। सभी मोहल्लों में सफाई एवं कूड़ा निस्तारण की सुदृढ़ व्यवस्था स्थापित की जाए। नालियों का बहाव सुनिश्चित करते हुए जल एकत्रित न होने हेतु उपयुक्त उपाय भी किये जायें। नगर निकायों से प्रख्यापित उपविधियों (बाईलाज) का कड़ाई से क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया जाए तथा इसकी जानकारी जनसामान्य को दी जाए तथा मच्छरों का प्रजनन पाये जाने पर नियमानुसार जुर्माना/दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। जहाॅ उप विधियाॅ अभी तक नहीं हैं उन्हें बनवाकर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। मच्छरजनित परिस्थितियों को समाप्त करने हेतु निरीक्षण किये जाए तथा मच्छरों का प्रजनन पाये जाने पर उन्हें दण्डित किया जाए।इसी प्रकार बहुखण्डी आवासों के स्वामियों को रोग वाहक मच्छर प्रतिरोधी उपाय व्यवहारित करने के सुझाव दिए जाए। मलिन बस्तियों में अत्यधिक प्रजनन स्थल जल संग्रहित होने के कारण बहुतायत से पाये जाते हैं, वहाॅ पर जल संग्रहित करने के व्यवहार को न्यूनतम कराया जाये। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करके मच्छरजनित परिस्थितियों को समाप्त करने हेतु फागिंग/लार्वीसाइड्स स्प्रे/आईईसी की एकीकृत कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। पंचायती राज व ग्राम विकास विभाग से अपेक्षा की गयी है जल भराव स्थलों को समाप्त कराया जाए तथा नालियों एवं नालों में जल बहाव को अवरोधित न होने दिया जाये साथ ही ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति को सक्रिय करते हुये स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए समिति के माध्यम से फागिंग और लार्वीसाइड छिड़काव तथा जलभराव वाले की सफाई एवं मिट्टी तेल डलवाने की सुदृढ़ व्यवस्था की जाये। जबकि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से अपेक्षा की गयी है कि वेक्टर जनित रोगों के बचाव, रोकथाम, निदान एवं उपचार की जानकारी प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से जनसामान्य को उपलब्ध करायी जाये। इसी सन्दर्भ में मनोरंजन कर विभाग से कहा गया है कि रेडियो, एफएम, केबिल टीवी पर समय≤ पर वेक्टर जनित रोगों के बचाव एवं नियंत्रण की जानकारी प्रदान की जाये, स्लाइड द्वारा सिनेमा हाल में प्रचार भी कराया जाए। बाल विकास सेवाएं एंव पुष्टाहार विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गयी है कि विभागीय अधिकारिायों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया जाये कि रोगो के संचरण काल में महिलाओं एवं बच्चों को मच्छरदानी का उपयोग करने, बच्चों को पूरे आस्तीन के कपड़े पहनने का व्यवहार सिखाएं। सिंचाई व कृषि विभाग को नहरों एवं अन्य स्रोतों से सिंचाई के लिए दिये गए पानी से किसान बस्तियों के आस-पास जल भराव की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। इसके लिए किसानों को जागरूक भी किया जाए कि किसान अपने गांव के आवासीय क्षेत्र में अनावश्यक जल भराव न होने दें।